गुरुत्वाकर्षण
क्या आपने कभी सोचा है कि वस्तुएँ एक ऊंचाई से छोड़ने के बाद पृथ्वी पर क्यों गिरती हैं? वे ऊपर क्यों नहीं जातीं? यह प्रश्न स्वयं में बहुत ही बेवकूफाना प्रतीत होता है, किन्तु ऐसे ही बेवकूफाना लगने वाले प्रश्न ही विलक्षण बुद्धि के घटक हैं| ऐसी ही एक कहानी सर आइजेक न्यूटन के विषय में कही जाती है|
ऐसा कहा जाता है कि न्यूटन एक बार सेव के वृक्ष के नीचे बैठे थे| तभी एक सेव ऊपर से गिरा| उसे देखकर न्यूटन ये सोचने लगे कि ये सेव नीचे क्यों गिरा? हवा में क्यों नहीं रह गया? यह प्रश्न सुनने में कितना भी बेवकूफाना लगे किन्तु इसी प्रश्न ने न्यूटन को अपने समय का सबसे महान वैज्ञानिक बना दिया| वास्तव में हम नहीं जानते कि ये कहानी सत्य है कि नहीं (संभवतः असत्य ही है) किन्तु गुरुत्वाकर्षण आज भी न्यूटन की सभी खोजों में से सर्वाधिक चर्चित खोज है|
न्यूटन ने गुरुत्वाकर्षण का निम्न सार्वत्रिक सिद्धांत दिया:
सभी पिंड एक दूसरे को एक बल से आकर्षित करते हैं तो उनके द्रव्यमान के गुणनफल के समानुपति एवं उनकी दूरी के वर्ग के वयुत क्रमानुपाती है ।
\(F∝{m_1m_2\over d^2}\)
\(F=G{m_1m_2\over d^2}\)
यहाँ G सार्वत्रिक गुरुत्वीय स्थिरांक है और इसका माँ है \(6.67∗10^−11Nm^2Kg^−2\)